Benefits of aloe vera juice for diabetes: ग्वारपाठा, घृतकुमारी या एलोवेरा आपकी त्वचा की सुंदरता के लिए जितना उपयोगी है, उतना ही लाभकारी आपकी सेहत के लिए भी है। हम सभी चाहते हैं कि हमारा शरीर हमेशा निरोग रहे। तो प्राकृतिक आयुर्वेदिक औषधियों में एलोवेरा (Aloevera) एक ऐसी ही औषधि है, जिसका सेवन नियमित रूप से करने पर किसी भी तरह की बीमारियां शरीर पर हावी नहीं हो पाती हैं। जी हां, मधुमेह के मरीजों के लिए एलोवेरा का जूस (aloe vera juice) बेहद लाभकारी है।
कई शोध में पता चला है कि एलोवेरा के इस्तेमाल से डायबिटीज़ के मरीज़ों में ब्लड शुगर स्तर (sugar level) को नियंत्रित करने में मदद मिलती है। आइए जानें कि एलोवेरा किस प्रकार मधुमेह को नियंत्रित करने में सहायक भूमिका निभा सकता है और इसका उपयोग कैसे किया जा सकता है।
Benefits of aloe vera juice for diabetes कैसे करता है एलोवेरा डायबिटीज़ मरीजों की मदद
कई अध्ययनों के अनुसार, एलोवेरा जूस का नियमित सेवन डायबिटीज़ के मरीज़ों के ब्लड शुगर स्तर को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है। शोधकर्ताओं ने एलोवेरा पर किए गये रिसर्च में पाया कि इसमें हाइपोग्लाइसेमिक (ग्लूकोज को कम करने वाला) होता है। इसके अलावा एलोवेरा में अन्य यौगिक भी होते हैं, जैसे हाइड्रोफिलिक फाइबर, ग्लूकोमानन और फाइटोस्टेरॉल, जो ब्लड शुगर को कम करने में मदद कर सकते हैं।
कैसे करें डायबिटीज़ में एलोवेरा का उपयोग
आयुर्वेद डॉक्टर अबरार मुल्तानी के अनुसार, डायबिटीज़ के लिए एलोवेरा का उपयोग जूस के ज़रिए किया जा सकता है। बाज़ार में भी कई तरह के एलोवेरा जूस मिल जाते हैं, लेकिन बेहतर होगा कि आप ताज़ा एलोवेरा जूस का ही इस्तेमाल करें। इसके लिए आप एक एलोवेरा का पौधा खरीद सकते हैं और इसके ताज़ा जूस को इस्तेमाल कर सकते हैं।
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Benefits of aloe vera juice for diabetes ऐसे तैयार करें घर पर एलोवेरा जूस
- इसके लिए आपको ज़रूरत पड़ेगी एक एलोवेरा के पत्ते और पानी की।
- सबसे पहले एलोवेरा के पत्ते को धोएं और फिर बीच से काटकर उसका जेल अलग कर लें।
- ध्यान रखें कि पत्ते में मौजूद लैटेक्स (एक पीले रंग की परत) एलोवेरा जेल में न मिले।
- अब जूस बनाने के लिए दो से तीन चम्मच एलोवेरा जेल में थोड़ा पानी डालकर ब्लेंड करें।
- जब इसका जूस बन जाए, तो इसे ग्लास में निकाल लें।
- इस जूस का स्वाद बढ़ाने के लिए आप इसमें नींबू, अदरक का रस या आंवले का रस मिला सकते हैं।
इन बीमारियों में देता तुरंत लाभ
- पेट में तेज जलन हो रही हो या सीने पर जलन की समस्या तब आप एलोवेरा की एक पत्ती को छीलकर उसके गूदे में धोड़ा-सा शहद मिलाएं और इस मिश्रण का सेवन धीरे-धीरे चाटकर करें। आपको सीने और पेट की जलन से छुटकारा मिलेगा।
- ग्वारपाठा छीलकर उसके गूदे में थोड़ी-सी चीनी मिलाकर रोगी को पिला दें। कैसा भी पेट दर्द हो उसे कुछ ही मिनटों में आराम मिल जाएगा।
- यदि रसोई का कोई काम करते हुए या किसी अन्य काम के दौरान आपकी त्वचा जल जाती है तो आप तुरंत इस जली हुई जगह पर एलोवेरा का गूदा लगा लें। इससे आपकी त्वचा की जलन तुरंत शांत होगी। साथ ही फफोले कम पड़ेंगे और त्वचा पर जले हुए का निशान गहरा नहीं बन पाएगा।
सेवन से जुड़ी जरूरी बातें
- एलोवेरा का सेवन करने के बारे में यह बात अच्छी तरह जान लें कि आपको इसके सेवन से कोई हानि नहीं होगी अगर आप हर दिन सीमित मात्रा में इसका सेवन करेंगे।
- अति तो हर चीज की वर्जित होती है, इस कारण आपको अपनी उम्र और सेहत के अनुसार ही एलोवेरा की सही मात्रा का निर्धारण करना होगा। इस बारे में आयुर्वेदिक चिकित्सक आपको सही सलाह दे सकते हैं।
- यदि आप युवा हैं और स्वस्थ हैं। यानी आपको किसी भी तरह का गंभीर रोग नहीं है तो आप हर दिन एलोवेरा की पत्ती का दो इंच भाग खा सकते हैं। जूस पीना चाहें तो आप हर दिन चाय के कप से आधा कप जूस पी सकते हैं।
- गर्भवती महिलाओं को किसी भी जूस या फल का नियमित सेवन करने से पहले अपनी डॉक्टर से परामर्श अवश्य लेना चाहिए। क्योंकि प्रेग्नेंसी के दौरान हर महिला के शरीर में हॉर्मोन्स की स्थिति अलग हो सकती है, जिससे उसकी हेल्थ संबंधी जरूरतें भी अलग-अलग हो सकती हैं। इस स्थिति में आपकी डॉक्टर की सलाह के बाद ही आप एलोवेरा का सेवन करें।