Vastu Tips For Mirror

Vastu Tips For Mirror: किसी भी घर में मिरर का होना आम बात होती है। हालांकि, यदि मिरर गलत जगह पर हो, तो उस घर में रहने वाले लोगों के लिए यह दुर्भाग्य का कारण बन सकता है। जी हां, वास्तुशास्त्र के अनुसार मिरर एक शक्तिशाली ऊर्जा स्रोत है। इसमें केवल खुद की ऊर्जा ही नहीं बल्कि दूसरी चीजों की भी ऊर्जा को बढ़ावा मिलता है।

आचार्य अनुपम जौली के अनुसार, आपके लिए सौभाग्य लाने के लिए सही जगह पर मिरर रखना आवश्यक है। इसी तरह, यदि आप मिरर को गलत जगह पर लगाते हैं, तो यह बर्बादी का कारण बन सकता है। वास्तुशास्त्र ने मिरर लगाने के कुछ नियम सुझाए हैं। इन नियमों को जानकर आप अपने भाग्य को बदल सकते हैं।

यहां पढ़ें शीशे से जुडी़ वास्तु टिप्स के बारे में (Vastu Tips For Mirror)

आइए जानते है शीशे से जुड़े टिप्स के बारे में…

शीशा उन जगहों पर नहीं होना चाहिए जहां कचरा रखा जाता है।

वास्तुशास्त्र के अनुसार, शीशे को न तो कचरे में रखना चाहिए और न ही उसे ऐसी जगह पर लगाना चाहिए जहां कचरा का सामान दिखाई देता है। ये दोनों ही स्थान अशुभ माने जाते हैं। यदि आपके घर में भी यह परिस्थिति है, तो आपको इसे तत्काल हटा देना चाहिए। अन्यथा, यह आपके लिए दुर्भाग्य लाने का कारण बन सकता है।

बेडरूम में शीशा न लगाएं।

अबकी दिनों में बेडरूम में शीशे का लगाना बहुत चर्चित हो गया है। हालांकि, ज्योतिष के अनुसार यह गलती होती है। यदि आपका मिरर इस तरह लगा हुआ है कि उसमें बिस्तर का प्रतिबिंब दिखाई देता है, तो आपको उसे तत्काल बदलना चाहिए। इस तरह का मिरर उन लोगों के लिए बीमारी और अनावश्यक खर्चों का कारण बनता है, जो उस कमरे में रहते हैं। यदि आप उसे हटा नहीं सकते हैं, तो आपको प्रयास करना चाहिए कि वह मिरर ज्यादा से ज्यादा समय ढंका रहे।

अलमारी के दरवाजों पर भी शीशा न लगाएं।

वास्तुशास्त्री अक्सर अलमारी के बाहरी हिस्से में मिरर लगाने से मना करते हैं। यदि आप ऐसा करते हैं, तो वह आपके घर में समस्याओं को आकर्षित कर सकता है। इसके साथ ही, अलमारी के बाहरी मिरर का आकार और स्थान सावधानीपूर्वक चुनना चाहिए। यदि आपको अपनी अलमारी के दरवाजे पर मिरर लगाने की आवश्यकता है, तो आपको एक चौड़ाई वाला और छोटा आकार वाला मिरर चुनना चाहिए।

न रखें टूटा हुआ आईना (Broken Mirror and Vastu Tips)

कहा जाता है कि जब घर के किसी सदस्य पर कोई बड़ी मुसीबत आने वाली होती है तो उसे आईना अपने उपर ले लेता है। ऐसे में वह शीशा तड़क या चटक कर टूट जाता है। यह आपकी गाड़ी का व्यू मिरर हो सकता है, आपके घर का मेन मिरर हो सकता है या फिर कुछ और। ऐसा होने पर कभी भी अपने घर में शीशे को न रखें, बल्कि उसे तुरंत ही घर से बाहर फेंक दें। अन्यथा टूटा हुआ शीशा घर में किसी दुर्घटना का कारण बनता है।

वास्तुशास्त्र के नियमों का पालन करके आप अपने घर की ऊर्जा को सुधार सकते हैं और अपने जीवन में सौभाग्य और समृद्धि को आमंत्रित कर सकते हैं। यदि आप एक शीशा खरीदने का विचार कर रहे हैं, तो आपको इसे ज्योतिष और वास्तुशास्त्र के नियमों के अनुसार चुनना चाहिए। इस तरह से, आप एक सुखी, समृद्ध और सफल जीवन का आनंद उठा सकते हैं।

Conclusion 

यहां प्रस्तुत जानकारी ज्योतिष पर आधारित है और इसे केवल सूचना के लिए प्रदान किया जा रहा है। biharkhabre इसे पुष्टि नहीं करता है। किसी भी उपाय को करने से पहले, संबंधित विषय के विशेषज्ञ से अवश्य सलाह लें।

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By Biharkhabre Team

मेरा नाम शाईना है। मैं बिहार के भागलपुर कि रहने बाली हूं। मैंने भागलपुर से MBA की पढ़ाई कंप्लीट की हूं। मैं Reliance में कुछ समय काम करने के बाद मैंने अपना खुद का एक ब्लॉग बनाया। जिसका नाम बिहार खबरें हैं, और इस पर मैंने देश-दुनिया से जुड़े अलग-अलग विषय में लिखना शुरू किया। मैं प्रतिदिन देश दुनिया से जुड़े अलग-अलग जानकारी अपने Blog पर Publish करती हूं। मुझे देश दुनिया के बारे में नई नई जानकारी लिखना पसंद है।

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