बिहार और यूपी के 300 लोगों को विदेश में नौकरी दिलाने के नाम पर 60 लाख की ठगी करने के मामले में जांच करने पुलिस कंपनी के दफ्तर में जाएगी। फ्रेजर राेड स्थित डुमरांव पैलेस में जीवीएम मैनपावर कंपनी है। साेमवार काे पुलिस वहां जाकर जांच शुरू करेगी। पुलिस नामजद आराेपियाें कंपनी के डायरेक्टर मिथिलेश पांडेय, शीतल वर्मा, नीतू झा, कविंद्र कुमार, सौरभ कुमार, दीक्षा सिंह समेत 15 लाेगाें काे सरगर्मी से तलाश रही है। इन लाेगाें के खािलाफ प्रोटेक्टर ऑफ इमिग्रेंट बिहार-झारखंड के रितेश राज ने कोतवाली थाने में केस दर्ज कराया है।

बिहार और यूपी के 300 लोगों को विदेश में नौकरी दिलाने के नाम पर 60 लाख की ठगी

इस ठगी गिराेह का मास्टरमाइंड दिल्ली में है। इन शातिराें ने बेराेजगाराें काे दुबई, ओमान और अन्य खाड़ी देश भेजने और वीजा बनवाने के नाम पर ठगी की है। इनके पासपाेर्ट भी जमा करवा लिए हैं। हरेक बेराेजगार से 20 से 25 हजार रुपए लिए और दफ्तर बंद कर फरार हाे गए।

बिहार और यूपी के 300 लोगों को विदेश में नौकरी दिलाने के नाम पर 60 लाख की ठगी

कंपनी ने लोगों को अबूधाबी की एडनाक और नेशनल पेट्रोलियम कांट्रैटिंग कंपनी में नौकरी दिलाने का वादा किया था। अब इस मामले में पुलिस ने FIR दर्ज कर तहकीकात शुरू कर दी है। जानकारों का कहना है कि विदेश में नौकरी के लिए जाने वाले लोगों के लिये भारत सरकार की समुद्र पार योजना को ठीक से बिहार में लागू नहीं किया गया।

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यही कारण है कि लोग ऐसी फर्ज़ी कंपनियों के चक्कर में फंस जाते हैं। और जो लोग इन कंपनियों के जरिये विदेश पहुंच भी जाते हैं, उन्हें अधिकतर शोषण का शिकार होना पड़ता है। इस मामले में बिहार सरकार के श्रम मंत्री जीवेश कुमार ने कड़ी कार्रवाई का निर्देश देते हुए कहा कि दोषी बख्शे नहीं जाएंगे।

दलालाें के द्वारा भेजा जाता था युवकाें काे

बिहार और यूपी के 300 लोगों को विदेश में नौकरी दिलाने के नाम पर 60 लाख की ठगी

सूत्राें के अनुसार, ठगी गिराेह का एक बड़ा दलालाें का नेटवर्क भी है। ये दलाल गांव-कस्बाें के भाेले-भाले युवकाें काे विदेश भेजने का सपना दिखाकर पासपाेर्ट बनाने काे कहते हैं। दलाल पासपाेर्ट बनाने में भी रकम लेते हैं। पासपाेर्ट बन जाने के बाद दलाल उन्हें फ्रेजर राेड स्थित डुमरांव पैलेस लेकर आते थे और वीजा बनवाने व विदेश भेजने के नाम पर रकम दिलवाते थे। रकम का भुगतान किस्ताें में हाेता था। एक-दाे किस्त लेने के बाद कंपनी ने दफ्तर बंद कर दिया और वहां काम करने वाले सभी फरार हाे गए। काेतवाली थानेदार सुनील कुमार सिंह ने बताया कि पुलिस ठगी के शिकार लाेगाें से संपर्क करने में जुटी है।

20 जून को दिए थे रुपये, जुलाई में देना था आफर लेटर

वीजा आने वाला था। इन्हें कहा गया था कि 25 जुलाई तक आफर लेटर मिल जाएगा। इसके बाद बाकी की रकम देनी थी। इन सभी से अलग-अलग राशि की मांग की गई थी। इसके बाद से एजेंसी में ताला बंद हो गया। वहां तैनात कर्मी का मोबाइल बंद हो गया। युवकों को कार्ड दिया गया था उस पर गुडग़ांव व आंध्र प्रदेश का नंबर और पता दिया गया था। पुलिस उक्त नंबर और पते की जानकारी जुटा रही है।

 

By Biharkhabre Team

मेरा नाम शाईना है। मैं बिहार के भागलपुर कि रहने बाली हूं। मैंने भागलपुर से MBA की पढ़ाई कंप्लीट की हूं। मैं Reliance में कुछ समय काम करने के बाद मैंने अपना खुद का एक ब्लॉग बनाया। जिसका नाम बिहार खबरें हैं, और इस पर मैंने देश-दुनिया से जुड़े अलग-अलग विषय में लिखना शुरू किया। मैं प्रतिदिन देश दुनिया से जुड़े अलग-अलग जानकारी अपने Blog पर Publish करती हूं। मुझे देश दुनिया के बारे में नई नई जानकारी लिखना पसंद है।

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