सुपौल: बिहार के वीरपुर SSB कैंप में बड़ा हादसा । जिले में एसएसबी की 45वीं बटालियन के वीरपुर कैंप (virpur ssb camp accident) में शुक्रवार को एक बड़ा हादसा हो गया। हाई वोल्टेज तार की चपेट में आने से 3 ट्रेनी जवानों की मौत हो गई, जबकि आठ झुलस कर घायल हो गए। इसमें से चार घायलों को डीएमसीएच रेफर कर दिया गया है। हादसे के बाद कैंप में अफरा तफरी का माहौल है।
घटना के बाद एसएसबी पूर्णिया रेंज के डीआईजी संजय कुमार सारंगी दरभंगा के लिये रवाना हो चुके हैं। डीआईजी श्री सारंगी ने बताया कि कैंप में टेंट हटाने के दौरान एक लोहा पोल के मैदान के ऊपर से गुजर रहे हाई टेंशन तार में सट जाने से यह हादसा हुआ है। मामले की जांच कमांडेट से कराई जा रही है।
बिहार के वीरपुर SSB कैंप में बड़ा हादसा
- मृतकों में महाराष्ट्र निवासी अतुल पाटिल (30 वर्ष), परशुराम सबर (24 वर्ष) और महेंद्र चंद्र कुमार बोपचे (28 वर्ष) हैं।
- इनकी मौके पर ही मौत हो गई थी।
- वहीं करंट से घायल जवान नरसिंह चौहान, के चंद्रशेखर, परितोष अधिकारी, मांडवे राजेंद्र मोहम्मद शमशाद, सुकुमार वर्मा, सोना लाल यादव और आनंद किशोर को अनुमंडल अस्पताल लाया गया है।
- प्रारंभिक इलाज के बाद चार घायल जवानों को रेफर कर दिया गया है।
- फिलहाल कैंप का कोई भी अधिकारी कुछ भी नहीं बोल रहा है।
- हादसा बड़ा और दर्दनाक है।
मिली जानकारी के मुताबिक वीरपुर कैंप में 45वीं बटालियन के कमांडेंट एचके गुप्ता का ट्रांसफर हो गया है। इसी क्रम में उनके विदाई समारोह का आयोजन बुधवार को किया गया था। टेंट और तंबू लगाया गया था। कार्यक्रम की समाप्ति के बाद आज शुक्रवार को दोपहर के करीब साढ़े बारह बजे के आसपास ट्रेनी जवानों को टेंट खोलने के लिए लगाया गया। इसी दौरान ऊपर से गुजर रहे हाई वोल्टेज तार से टेंट का एक पाइप सट गया और करंट पूरे टेंट में उतर आया। एक साथ काम कर रहे सभी जवान इसकी चपेट में आ गए। वीरपुर कैंप हादसे के बाद से हड़कंप मच गया।
अस्पताल पहुंचने वालों में एसएसबी 45 वीं बटालियन के द्वितीय अधिकारी सह कार्यकारी कमांडेंट आलोक कुमार, एसएसबी कमांडेंट 56 बटालियन बथनाहा एम के एस मुंडा , डीआईजी आरटीसी सुपौल राजीव राणा , एसएसबी बथनाहा मुख्यालय के कमांडेंट संयुक्त चिकित्सा पदाधिकारी केएन थोड़े, बसन्तपुर आरडीओ कुमार मनीष भारद्वाज, पुलिस इंस्पेक्टर केबी सिंह, रपुर थानाध्यक्ष डीएन मंडल आदि अधिकारी शामिल थे।
कई बार बिजली विभाग को लिखा गया था पत्र
डीआईजी ने बताया कि कैंप के ट्रेनिंग मैदान के उपर से हाईटेंशन तार गुजरता है। तार काफी नीचे लटका हुआ है। इसके लिये एसएसबी ने कई बार बिजली विभाग को पत्र लिख कर तार को मैदान के ऊपर से हटाने का आग्रह किया था, लेकिन तार नहीं हटाया गया। अगर तार हटा दिया गया होता तो यह हादसा नहीं होता।