Bihar Politics: अटकलें खत्म हो गई हैं जो बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को लेकर चल रही थीं। अब खबर आ रही है कि कल नीतीश कुमार जदयू पार्टी के नेताओं की बैठक बुलाएंगे। इसके बाद वे आधिकारिक रूप से एनडीए में शामिल होने का ऐलान करेंगे। फिर शाम करीब 4 बजे राजभवन में शपथ ग्रहण हो सकता है, जहां नीतीश कुमार दोबारा सीएम बनने की शपथ लेंगे।
12 बजे राज्यपाल को इस्तीफा को सौंपेंगे
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज इस्तीफा नहीं देने जा रहे हैं, जैसा कि जानकारी के अनुसार बताया जा रहा है। पार्टी सूत्रों के अनुसार, 28 जनवरी को पहले सुबह 10 बजे पटना, मुख्यमंत्री आवास में नई सरकार को लेकर बैठक होगी। इस बैठक में जदयू के विधायक, सांसद और अन्य पार्टी नेता शामिल होंगे। बैठक में आगे की रणनीति पर आखिरी मुहर लगने के बाद, दोपहर के करीब 12 बजे नीतीश कुमार अपना इस्तीफा बिहार के राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर को सौंपेंगे।
भाजपा ने विधायकों से समर्थन पत्र पर हस्ताक्षर कराएंगे।
नीतीश कुमार अपने इस्तीफे के साथ ही राज्यपाल को सरकार बनाने के लिए बहुमत का समर्थन पत्र भी देंगे, जैसा कि पार्टी सूत्रों के अनुसार बताया जा रहा है। इसके बाद कल ही शाम 4 बजे राजभवन में नई सरकार का शपथ ग्रहण समारोह होगा, जिसमें नीतीश कुमार दोबारा मुख्यमंत्री बनने की शपथ लेंगे। यदि ऐसा होता है, तो नीतीश 9वीं बार बिहार के सीएम पद की शपथ लेंगे। जानकारी के अनुसार, इससे पहले आज रात तक भाजपा का समर्थन पत्र मुख्यमंत्री आवास पर पहुंच जाएगा। भाजपा आज अपने विधायक दल की बैठक में विधायकों से समर्थन पत्र पर हस्ताक्षर कराएगी।
नीतीश कुमार ने बुलाई अपने करीबी नेताओं की मीटिंग
आज नीतीश कुमार ने अपने करीबी और विश्वस्त नेताओं की बैठक बुलाई है, जो मुख्यमंत्री आवास पर होगी। इस बैठक में अशोक चौधरी, विजय चौधरी, संजय झा जैसे नेता शामिल होंगे। इसमें मंत्रिमंडल के अन्य मंत्रियों के नाम भी शामिल होंगे।
बीजेपी को नीतीश के NDA में शामिल होने से क्या लाभ होगा?
अब सवाल उठता है कि नीतीश के NDA में आने से बीजेपी को क्या फायदा होगा तो इसका जवाब साफ है-
- सबसे पहला मोदी विरोधी I.N.D.I अलायंस की मोर्चेबंदी को बड़ा झटका लगेगा।
- दूसरा बिहार में अति पिछड़ा वोट बैंक भी बीजेपी के साथ होगा।
- तीसरा बिहार की सभी 40 लोकसभा सीटों पर बढ़त मिलने की उम्मीद होगी।
पीछले चुनाव में NDA ने बिहार की 40 में 39 सीट जीती थी तब नीतीश कुमार भी NDA के हिस्सा थे। बीजेपी को उम्मीद है कि 2024 में जब नीतीश फिर से साथ होंगे तो NDA वही प्रदर्शन दोहरा सकती है।
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