पारसी नव वर्ष क्यों मनाया जाता है, जानिए इसकी परंपरा, इतिहास और महत्व

पारसी समुदाय के लोगों के लिए नवरोज का पर्व आस्था का प्रतीक माना जाता है।

नवरोज एक फारसी शब्द है, जो नव और रोज से मिलकर बना है।

नवरोज में नव का अर्थ होता है- नया और रोज का अर्थ होता है दिन।

मान्यताओं के अनुसार पारसी समुदाय के लोग नवरोज का पर्व फारस के राजा जमशेद की याद में मनाते हैं।

नवरोज के दिन पारसी परिवार के सभी सदस्य सुबह जल्दी उठकर तैयार हो जाते हैं।

इस दिन खास पकवान बनाए जाते हैं, जिन्हें पारसी लोग अपने दोस्तों और रिश्तेदारों के साथ बांटते हैं।

इस दिन घर की साफ-सफाई करके घर के बाहर रंगोली बनाई जाती है। साथ ही पारसी लोग चंदन की लकड़ियों के टुकड़े घर में रखते हैं।

पारसी न्यू ईयर को जमशेदी नवरोज, नवरोज, पतेती और खोरदाद साल के नाम से भी जाना जाता है

आइए जानते हैं Parsi New Year नवरोज के   इतिहास के बारे में