सूरज को क्यों ठंडा कर रहे वैज्ञानिक, एक्सपर्ट ने कहा दुनिया तबाही की ओर 

धरती को गर्म होने से बचाने के लिए वैज्ञानिकों ने एक अलग रास्ता निकाला है, लेकिन इस पर कुछ वैज्ञानिकों ने एतराज जताया है

दुनिया भर के वैज्ञानिक एक तकनीक तैयार करने में लगे हैं जो सूरज की गर्मी को कम करेगी। इस तकनीक से सूरज की किरणों की गर्मी को धरती पर कम मात्रा में आने देने की कोशिश की जाएगी

प्लेन और बड़े गुब्बारों की मदद से धरती के वायुमंडल की परत पर सल्फर का छिड़काव होगा जिससे वह सूरज की किरणों को परवर्तित कर देगा और इससे धरती पर सूरज की कम गर्मी पहुंचेगी

ब्रिटिश एनजीओ डिग्रीज इनिशिएटिव ने बताया कि सोलर इंजीनियरिंग पर हो रहे शोध के लिए करीब नौ लाख डॉलर दिए जाएंगे। फिलहाल कुल 15 देशों में यह रिसर्च हो रही है

क्या है खतरा

सबसे छोटी परेशानी से शुरू करें, तो वायुमंडल में हमेशा कुछ एरोसोल्स रहेंगे जिसकी वजह से नीला आसमान नहीं दिखेंगे, लेकिन इसके बड़े खतरे भी हैं

सल्फर डाइऑक्साइड जहरीली गैस है जिसकी वजह से सांस की कई बीमारियां हो सकती हैं। हवा में हमेशा इसके कण रहने से सेहत को गंभीर खतरा पैदा होगा

मेसाच्युसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के वैज्ञानिक का दावा है कि इस गैस से सूरज की धूप आर्टिफिशियल ढंग से परावर्तित हो जाएगी जिससे सूखा और अकाल की आशंका बढ़ेगी

सबसे बड़ा खतरा यह है कि सल्फर की वजह से ओजोन लेयर पर असर होगा जिससे खतरनाक अल्ट्रावायलेट किरणों से बचाने वाली परत पतली होती जाएगी और कैंसर जैसी घातक बीमारी का खतरा बढ़ेगा