बिहार: एटीएम कार्ड की क्लोनिंग करनेे वाले जालसाज अब बंगाल में बैठकर पटना के एटीएम मशीन से निकाल रहा है रुपये । दूसरे के एटीएम कार्ड को बस के जरिए पटना भेज रहे हैं और यहां उनके साथी एटीएम कार्ड को रिसीव कर रुपये की निकासी कर रहे हैं। एक ऐसे ही मामले का पर्दाफाश कंकड़बाग थाने की पुलिस ने किया है। पुलिस ने बंगाल में बैठे शातिर के एक साथी रौशन चंद्रा को कंकड़बाग के आटो स्टैंड के पास से गिरफ्तार किया है।
आरोपित के पास से विभिन्न नाम के एक दर्जन से अधिक एटीएम कार्ड, आधा दर्जन से अधिक बैंकों के पासबुक और पांच हजार कैश बरामद हुआ है। रौशन मूल से नालंदा के हिलसा का निवासी है। थानाध्यक्ष रविशंकर सिंह ने बताया कि पूछताछ में उसने सरगना से लेकर अपने अन्य साथियों का नाम भी उजागर किया है। उसके पास से बरामद पासबुक और एटीएम कार्ड की जांच की जा रही है। अन्य की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।
जालसाज अब बंगाल में बैठकर पटना के एटीएम मशीन से निकाल रहा है रुपये
पुलिस की पूछताछ में उसने गिरोह के सरगना कपिल का नाम उजागर किया है, जो आसनसोल में बैठा है। वहीं से पूरे गिरोह को आपरेट कर रहा है। रौशन उसी के लिए काम करता था। बंगाल में उसके साथी एटीएम में मदद के नाम पर पिनकोड पूछ कार्ड को बदल देते थे। इसके अलावा कार्ड को एक उपकरण के जरिए स्कैन कर उसका डाटा चुराते थे। फिर डिवाइस के जरिए ब्लैंक एटीएम कार्ड की क्लोनिंग करते थे, जो अलग अलग नाम के होते थे। रौशन के पास बरामद एटीएम कार्ड अलग लोगों के नाम से है। उन कार्ड को बस के जरिए रौशन तक भेजा जाता था।
पूछताछ में पता चला कि कपिल रौशन को एक बार एटीएम कार्ड से निकासी करने पर एक हजार रुपये देता था। रौशन रुपये निकालकर उसके द्वारा दिए गए अकाउंट नंबर में जमा करा देता था। इस तरह वह महीने में डेढ़ से दो लाख रुपये की निकासी करता था। रौशन की तरह कई अन्य लोग कपिल के लिए काम करते हैं, लेकिन रौशन उन लोगों के बारे में ज्यादा कुछ नहीं बता पाया।
गिरोह में एक दर्जन से अधिक लोग शामिल
पुलिस सूत्रों की मानें तो कपिल के साथ गिरोह में एक दर्जन से अधिक लोग शामिल हैं। इनमें नालंदा, नवादा, पटना से लेकर झारखंड तक के ठग जुड़े हैं। गिरोह एक दिन में आधा दर्जन से अधिक लोगों के साथ ठगी करता है।