पटना. बिहार में 3 साल से अधिक समय तक एक ही जगह पर जमे रहने वाले पुलिसकर्मियों (Bihar Police Transfer Order) का तबादला किया जाएगा। बिहार पुलिस मुख्यालय ने राज्य भर में ऐसे सभी पुलिस इंस्पेक्टर से लेकर सिपाही तक के पुलिसकर्मियों को चिन्हित कर उनके तबादले का आदेश दिया है। डीजीपी एसके सिंघल (DGP SK Singhal) के अनुमोदन के बाद इस तरह का तबादला आदेश जारी किया गया है।
डीआईजी कार्मिक के द्वारा जिलों के एसएसपी, एसपी और कमांडेंट के अलावा प्रशिक्षण कॉलेजों के प्राचार्य को इस बाबत एक पत्र भी लिखा गया है। बिहार पुलिस मुख्यालय ने यह कदम लंबे समय से पुलिसकर्मियों और पुलिस अधिकारियों के एक ही कार्यालय और थाने में पदस्थापित रहने की मिली शिकायतों के बाद उठाया है।
Bihar Police Transfer Order बिहार पुलिस मुख्यालय ने जारी किया आदेश
पुलिस मुख्यालय को मिली जानकारी के अनुसार ऐसे पुलिस कर्मियों की सर्वाधिक संख्या गोपनीय शाखाओं के अलावा रक्षित कार्यालयों में है। बिहार पुलिस मुख्यालय का कहना है कि यह न तो प्रशासनिक दृष्टिकोण से ही सही है और न ही नियमानुसार पुलिस मुख्यालय ने सभी संबंधित पदाधिकारियों को पुलिसकर्मियों की तैनाती की अवधि की समीक्षा करने और जिनका कार्यकाल 3 वर्ष से अधिक रहा है उनका ट्रांसफर दूसरी जगह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है। पुलिस मुख्यालय के निर्देश के बाद यह स्पष्ट हो गया है कि बड़ी संख्या में राज्य भर में पुलिस अधिकारियों और जवानों के तबादले किए जाएंगे।
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राजधानी पटना में ही कई पुलिसकर्मियों के बारे में आरटीआई से खुलासा हुआ है कि वो 3 साल से अधिक समय तक एक ही जगह पर डटे हुए हैं। वैसे यह भी तय है कि इस आदेश के बाद 3 साल से एक ही स्थान पर जमे पुलिस कर्मियों का ट्रांसफर जिला और इकाईयों से बाहर नहीं होगा। ऐसे पुलिसकर्मी जहां पदस्थापित हैं उस कार्यालय या थाना से उनका तबादला जिला और इकाई में ही दूसरी जगह किया जाएगा।
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पुलिस मुख्यालय द्वारा जारी निर्देश में यह कहा गया है कि इस तरह के ट्रांसफर से संबंधित प्रमाण पत्र भी पुलिस मुख्यालय को उपलब्ध कराया जाएं। प्रमाण पत्र उपलब्ध कराने का मकसद यह सुनिश्चित करना है कि कोई भी पुलिस अधिकारी और जवान 3 वर्षों से अधिक समय से एक ही स्थान पर तैनात नहीं रहे।