गया में धर्म परिवर्तन का एक अजीबो-गरीब मामला सामने आया है। एक मुस्लिम लड़के ने हिन्दू धर्म स्वीकारने के लिए एफिडेविट बनवाया है। एफिडेविट के मुताबिक, वह अपनी इच्छा से अब हिन्दू होना चाहता है। इस लड़के का कहना है कि हिन्दू धर्म उसे बचपन से आकर्षित करता रहा है। धर्म परिवर्तन करने वाला युवक मोहम्मद मिसाब स्टेशन रोड पर टैटू बनाने का काम करता है। शहर के बाटा मोड़ के निकट रहने वाले मोहम्मद मिसाब ने अपने वकील के जरिए गया कोर्ट में धर्म परिवर्तन की अर्जी लगाई है।
मिसाब का कहना है कि उसकी डेट ऑफ बर्थ 2000 की है। अब 21 वर्ष का हो चुका है। बचपन से मुझे हिन्दू धर्म के रस्म-रिवाज, पूजा पाठ व उपदेश पसंद हैं। लिहाज मुझे अब मोहम्मद मिसाब की जगह पर प्रिंस के नाम से जाना जाए। खास बात यह भी है कि मिसाब का पुकार नाम भी प्रिंस ही है।
गया में धर्म परिवर्तन का एक अजीबो-गरीब मामला, इसके पीछे एक खास राज
इन तमाम बातों के पीछे एक खास राज भी छिपा है। वह राज यह है कि मिसाब के खिलाफ तीन माह पूर्व एक हिन्दू लड़की को भगा ले जाने के मामले में पाक्सो के तहत रामपुर थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया था। हालांकि इस मामले में लड़की ने 164 के तहत दिए गए बयान में मिसाब को साफ तौर पर बचा लिया था। उसने कहा था कि मेरे साथ कोई गलत नहीं हुआ है। न ही मुझे किसी ने भगाया है। वह लड़की रामपुर थाना क्षेत्र की ही रहने वाली बताई जाती है।
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ऐसी चर्चा जोरों पर है कि लड़का अपनी प्रेमिका को पाने की चाहत में ऐसा सारा खेल रच रहा है। हालांकि इस मामले में प्रिंस के विरुद्ध पाक्सो का मामला हटा नहीं है। बावजूद इसके प्रिंस अब धर्म परिवर्तन कराना चाहता है।
अभिभावकों की सहमति या नाराजगी से कोई फर्क नहीं पड़ता
प्रिंस मूल रूप से औरंगाबाद का रहने वाला है। उसका कहना है कि धर्म परिवर्तन के बाबत उसने अपने अभिभावकों को सूचना दी है। साथ ही में उसका यह भी कहना है कि उनकी सहमति या नाराजगी से कोई फर्क नहीं पड़ता है।